गोंडी भाषा(Gondi Bhansa)
जय सेवा जय फड़ापेन! आदरणीय अध्यक्ष महोदय, सम्मानित गुरुजनों, प्यारे बुजुर्गों, और मेरे साथियों —आज मैं इस मंच पर खड़े होकर गर्व और जिम्मेदारी दोनों महसूस कर रहा हूँ। हमारी भांसा यानी भाषा पर बोलने का यह अवसर मेरे लिए एक पवित्र कर्तव्य है, क्योंकि भाषा हमारी आत्मा है, हमारी पहचान है। 1. भांसा: संस्कृति की नींव […]